Thursday, 17 November 2011

हम वोह नहीं जो आपसे नाता तोड़ देंगे .
हम वोह नहीं जो गम मैं साथ छोड़ देंगे.
हम तो वोह साथी है जो आपकी साँस रुके तो
अपनी साँस जोड़ देंगे.

अंदाजे दोस्ती भी आपकी अदा है,
जिसे आप चाहते है वोह आप पर
फ़िदा है, तस्वीर बसी है आप की इस दिल मैं
फिर कैसे कह दे की हम आपसे खफा है
तनहा रहना टोह सिख लिय ही हमने पर
खुश न कभी रह पाएंगे हम,
आपकी दुरी तो फिर भी सह लेते है पर
आपकी दोस्ती के बिना न जी पाएंगे हम

दोस्ती दुनिया की वो ख़ुशी है,
जिसकी ज़रूरत हर किसी को हुई है,
गुजार के देखो कभी अकेले ज़िन्दगी,
फिर खुद जान जाओगे के दोस्ती के बिना ज़िन्दगी भी अधूरी है.

किसी का दिल तोड़ना हमारी आदत नहीं
किसी का दिल दुखाना हमारी फितरत नहीं
भरोसा रखना हम पर तुम
दोस्त कह कर किसी को यूँ हम बदलते नहीं

हर ख़ुशी दिल के करीब नहीं होती,
ज़िन्दगी ग़मों से दूर नहीं होती,
ए दोस्त मेरी दोस्ती को सँभाल कर रख,
हमारी दोस्ती हर किसी को नसीब नहीं होती...

तेरी दोस्ती हम इस तरह निभाएंगे तुम रोज़ खफा होना
हम रोज़ मनायेंगे पर मान जाना मनाने से
वरना यह भीगी पलकें ले के कहा जायेंगे..

इतना प्यार पाया है आप से...
 
 
 मोहित गंगवार... 

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