पहचानिए ये क्या है..........?
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चलिए हम ही बता देते हैं........
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ये है सूर्य (SUN)
Let's know some facts about Sun :-
1 - सूरज धरती और दूसरे ग्रहों से बहुत अलग हैं। यह एक सितारा (Star) हैं,
ठीक दूसरे सितारों की तरह, लेकिन उन सबसे बहुत क़रीब। सूर्य सौर मंडल में
सबसे बड़ा पिण्ड है। सूर्य सौरमंडलके केन्द्र में स्थित एक तारा हैं, जिसके
चारों तरफ पृथ्वी और सौरमंडल के अन्य अवयव घूमते हैं।
2 - सूरज
देखने में इतना बड़ा नहीं लगता क्योंकि वह धरती से बहुत दूर है। सूर्य का
व्यास (Diameter) 13 लाख 92 हज़ार किलोमीटर (865000 मील) है, जो पृथ्वी के
व्यास का लगभग 110 गुना है। सूर्य पृथ्वी से 13 लाख गुना बड़ा है और पृथ्वी
को सूर्यताप का 2 अरबवाँ भाग मिलता है।
3 - सूर्य से पृथ्वी की
औसत दूरी लगभग 14,96,00,000 किलोमीटर या 9,29,60,000 मील है तथा सूर्य के
प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में 8 मिनट 16.6 सेकेण्ड का समय लगता है।
4 - सूर्य आकाशगंगा के 100 अरब से अधिक तारो में से एक सामान्य मुख्य क्रम
का G2 श्रेणी का साधारण तारा है। यह अक्सर कहा जाता है कि सूर्य एक साधारण
तारा है। यह इस तरह से सच है कि सूर्य के जैसे लाखों तारे है। लेकिन सूर्य
से बड़े तारो की तुलना में छोटे तारे ज़्यादा है।
5 - जिस
प्रकार पृथ्वी और अन्य ग्रह सूरज की परिक्रमा करते हैं उसी प्रकार सूरज भी
आकाश गंगा के केन्द्र की परिक्रमा करता है। सूर्य सौरमण्डल का प्रधान है।
यह हमारी मंदाकिनी दुग्धमेखला (आकाश गंगा) के केन्द्र से लगभग 30,000
प्रकाशवर्ष की दूरी पर एक कोने में स्थित है। सूर्य दुग्धमेखला मंदाकिनी के
केन्द्र के चारों ओर 251 किलोमीटर प्रति सेकेंड की गति से परिक्रमा कर रहा
है।
6 - सूर्य मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक
विशाल गोला है। सूर्य की सतह का निर्माण हाइड्रोजन, हीलियम, लोहा, निकल,
ऑक्सीजन,सिलिकॉन, सल्फर, मैग्नीशियम, कार्बन, नियोन, कैल्सियम, क्रोमियम
तत्त्वों से हुआ है। वर्तमान में सूर्य के द्रव्यमान का 71% हाइड्रोजन
26.5%हीलियम और 2.5% अन्य धातु/तत्त्व है। यह अनुपात धीमे धीमे बदलता है
क्योंकि सूर्य हायड्रोजन को जलाकर हीलियम बनाता है। सूर्य से निकली ऊर्जा
का छोटा सा भाग ही पृथ्वी पर पहुँचता है जिसमें से 15 प्रतिशत अंतरिक्ष में
परावर्तित हो जाता है, 30 प्रतिशत पानी को भाप बनाने में काम आता है और
बहुत सी ऊर्जा पेड़-पौधे समुद्र सोख लेते हैं। इसकी मज़बूत गुरुत्त्वाकर्षण
शक्ति विभिन्न कक्षाओं में घूमते हुए पृथ्वी और अन्य ग्रहों को इसकी तरफ
खींच कर रखती है।
7 - सूर्य का केन्द्रीय भाग "कोर" कहलाता है,
अपने चरम तापमान पर है। यहाँ तापमान 15600000 डिग्री केल्विन (1.5×107 ºC)
है और दबाव 250 विलियन वायुमंडलीय दबाव है। सूर्य के केंद्र पर घनत्व पानी
के घनत्व से 150 गुना से अधिक है।
8 - सूर्य की शक्ति नाभिकीय
संलयन द्वारा निर्मित है। हर सेकंड 700,000,000 टन की हाइड्रोजन 695000000
टन में परिवर्तित हो जाती है शेष 5,000,000 टन गामा किरणो के रूप में ऊर्जा
में परिवर्तित हो जाती है।
(REAL PICTURE OF SUN TAKEN FROM SATELLITE)
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चलिए हम ही बता देते हैं........
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ये है सूर्य (SUN)
Let's know some facts about Sun :-
1 - सूरज धरती और दूसरे ग्रहों से बहुत अलग हैं। यह एक सितारा (Star) हैं, ठीक दूसरे सितारों की तरह, लेकिन उन सबसे बहुत क़रीब। सूर्य सौर मंडल में सबसे बड़ा पिण्ड है। सूर्य सौरमंडलके केन्द्र में स्थित एक तारा हैं, जिसके चारों तरफ पृथ्वी और सौरमंडल के अन्य अवयव घूमते हैं।
2 - सूरज देखने में इतना बड़ा नहीं लगता क्योंकि वह धरती से बहुत दूर है। सूर्य का व्यास (Diameter) 13 लाख 92 हज़ार किलोमीटर (865000 मील) है, जो पृथ्वी के व्यास का लगभग 110 गुना है। सूर्य पृथ्वी से 13 लाख गुना बड़ा है और पृथ्वी को सूर्यताप का 2 अरबवाँ भाग मिलता है।
3 - सूर्य से पृथ्वी की औसत दूरी लगभग 14,96,00,000 किलोमीटर या 9,29,60,000 मील है तथा सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में 8 मिनट 16.6 सेकेण्ड का समय लगता है।
4 - सूर्य आकाशगंगा के 100 अरब से अधिक तारो में से एक सामान्य मुख्य क्रम का G2 श्रेणी का साधारण तारा है। यह अक्सर कहा जाता है कि सूर्य एक साधारण तारा है। यह इस तरह से सच है कि सूर्य के जैसे लाखों तारे है। लेकिन सूर्य से बड़े तारो की तुलना में छोटे तारे ज़्यादा है।
5 - जिस प्रकार पृथ्वी और अन्य ग्रह सूरज की परिक्रमा करते हैं उसी प्रकार सूरज भी आकाश गंगा के केन्द्र की परिक्रमा करता है। सूर्य सौरमण्डल का प्रधान है। यह हमारी मंदाकिनी दुग्धमेखला (आकाश गंगा) के केन्द्र से लगभग 30,000 प्रकाशवर्ष की दूरी पर एक कोने में स्थित है। सूर्य दुग्धमेखला मंदाकिनी के केन्द्र के चारों ओर 251 किलोमीटर प्रति सेकेंड की गति से परिक्रमा कर रहा है।
6 - सूर्य मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक विशाल गोला है। सूर्य की सतह का निर्माण हाइड्रोजन, हीलियम, लोहा, निकल, ऑक्सीजन,सिलिकॉन, सल्फर, मैग्नीशियम, कार्बन, नियोन, कैल्सियम, क्रोमियम तत्त्वों से हुआ है। वर्तमान में सूर्य के द्रव्यमान का 71% हाइड्रोजन 26.5%हीलियम और 2.5% अन्य धातु/तत्त्व है। यह अनुपात धीमे धीमे बदलता है क्योंकि सूर्य हायड्रोजन को जलाकर हीलियम बनाता है। सूर्य से निकली ऊर्जा का छोटा सा भाग ही पृथ्वी पर पहुँचता है जिसमें से 15 प्रतिशत अंतरिक्ष में परावर्तित हो जाता है, 30 प्रतिशत पानी को भाप बनाने में काम आता है और बहुत सी ऊर्जा पेड़-पौधे समुद्र सोख लेते हैं। इसकी मज़बूत गुरुत्त्वाकर्षण शक्ति विभिन्न कक्षाओं में घूमते हुए पृथ्वी और अन्य ग्रहों को इसकी तरफ खींच कर रखती है।
7 - सूर्य का केन्द्रीय भाग "कोर" कहलाता है, अपने चरम तापमान पर है। यहाँ तापमान 15600000 डिग्री केल्विन (1.5×107 ºC) है और दबाव 250 विलियन वायुमंडलीय दबाव है। सूर्य के केंद्र पर घनत्व पानी के घनत्व से 150 गुना से अधिक है।
8 - सूर्य की शक्ति नाभिकीय संलयन द्वारा निर्मित है। हर सेकंड 700,000,000 टन की हाइड्रोजन 695000000 टन में परिवर्तित हो जाती है शेष 5,000,000 टन गामा किरणो के रूप में ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है।
(REAL PICTURE OF SUN TAKEN FROM SATELLITE)
