Thursday, 4 June 2015

निकल गयी तलवार म्यान से तो फिर विराम नही होगा |
 सारे जहाँ में हिन्दू तो होंगे पर इस्लाम नहीं होगा ।


हर बालक अंगद होगा हर बूढ़ा जामवंत होगा |
मुल्लों के छक्के छुड़ाने वाला हर युवा हनुमान होगा ।
 जो जय श्री राम नही कहेगा उसका नाम नही होगा |
 सारे जहाँ में हिन्दू तो होंगे पर इस्लाम नही होगा ।।




बढ़ा कारवां नही रुकेगा ईद नही बस होली होगी |
या तो गीता स्वीकारेंगे या खानी गोली होगी।

चारो दिशाओं में वेद गूजेंगे फिर अज़ान नही होगा |
मक्का मदीना वहीँ रहेगे पर इस्लाम नही होगा ।



हर हर महादेव गूँजेगा मक्का और मदीना से |
गीता गंगा नाम रखेंगी सलमा और सकीना से ।
 सिर्फ चलेगी रामजादो की कोई इमाम नहीं होगा |
अरब का रेगिस्तान तो होगा पर इस्लाम नही होगा ।।



 जय हिन्दू  !
जय हिंदुराष्ट्र. !
जय श्री राम!
💪💪🚩🚩💪💪

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